Cooler Manufacturing Business: मध्यम वर्गीय परिवार के लिए गर्मियों से राहत पाने का सबसे कारगर उपाय होता है की वह कूलर का इस्तेमाल करे। सभी लोग AC नहीं खरीद सकते है, ऐसे में उनके लिए कूलर एक बेस्ट विकल्प होता है। कूलर इस्तेमाल करने के बहुत फायदे है। इससे बिजली कम खर्च होती है और सस्ते में काम चल जाता है।
अगर आप ऐसे व्यक्ति है जो आपने खुद का बिज़नेस शुरू करना चाहते है तो Cooler Manufacturing Business एक अच्छा बिज़नेस साबित होगा। अगर आप भी कूलर बनाने के बिज़नेस में दिलचस्पी ले रहे है तो लेख को पूरा पढ़े। इसमें आपको अच्छे से पूरी जानकारी एक ही जगह पर दी गयी है।
इस बिज़नेस को शुरू करने से पहले क्या करे ?

कूलर बिज़नेस को शुरू करने से पहले कुछ जरुरी काम कर ले, जिससे आपको आगे दिक्कत न हो। निचे आपको कुछ चेकलिस्ट दी गयी है, उसे पूरा करे –
Step-by-Step Checklist
- बिज़नेस की बेसिक जानकारी लें
- मार्केट रिसर्च करें
- पार्ट्स और रॉ मटेरियल की जानकारी जुटाएं
- 1 या 2 यूनिट का Sample बनवाएं या खुद बनाएं
- Small Scale Business Idea की तरह प्लान करें
- Investment तय करें
- ब्रांड नाम और पेम्पलेट डिजाइन करें
- Legal चीज़ें (शुरू में Optional, बाद में जरूरी)
कैसे शुरु करे कूलर बिजनेस?
जैसा की हमने बताया की कूलर बिज़नेस शुरू करने से पहले ऊपर बताये चेक लिस्ट को पूरा कर ले। इससे यह फायदा होगा की बाद में कोई दिक्कत नहीं आएगी, जिससे आप आसानी से बिज़नेस चला सकेंगे। जब आपने अच्छे से बिज़नेस की बेसिक जानकरी इंटरनेट, यूट्यूब आदि के माध्यम से कर ली और दुकानों पर जाकर पूछ लिया की कैसा और किस रेंज का कूलर ज्यादा बिकता है।
तो निम्न स्टेप फॉलो करे –
1. ट्रेनिंग ले –
आप मैन्युफैक्चरिंग का बिज़नेस शुरू करने वाले है तो आपको काम के बारे में पूरा पता होना चाहिए। पहले तो आप कूलर बनाने वाले कंपनी या फैक्ट्री में काम करे या कही से ट्रेनिंग ले। इसके बाद 1 से 2 कूलर बनाने का रॉ मटेरियल मंगाए और खुद से बनाने का प्रयास करे। जब आपको चीज़े समझ में आने लगे तो आप अगला स्टेप फॉलो करे।
2. छोटा सा मनुफैक्टरिंग यूनिट सेटअप करे –
जब आपको पता चल गया की मार्किट में किस कूलर की डिमांड ज्यादा है और कितने दामों के कूलर ज्यादा बिकते है। तो आप ज्यादा बिकने वाले कूलर के को मंगाए। शुरू में 10 ही कूलर बनाने तक का रॉ मटेरियल मंगाए। कूलर को घर पर ही या छोटे मनुफैक्टरिंग यूनिट में कूलर मैन्युफैक्चरिंग करे।
3. शुरू में कुछ यूनिट बेचने की कोशिश करे –
जब आपने के बेस्ट प्रोडक्ट बना लिया तो उसे दुकानों और लोकल लोगो को बेच। शुरू में कुछ यूनिट मार्केट से कम कीमत पर बेचे। इससे लोगो खरीदेंगे और जब क्वालिटी अच्छी होगी तो खुद दुसरो को बताएंगे। इस बिज़नेस में जितना अच्छा प्रोडक्ट बनाएंगे उतना बड़ा बिज़नेस बना सकते है।
Cooler Manufacturing बिजनेस में इस्तेमाल होने वाला मशीनरी और सामान
Cooler Manufacturing Business में इस्तेमाल होने वाली जरुरी उपकरण के बारे में निचे जानकारी दी गयी है –
मशीनें:
- ड्रिल मशीन – स्क्रू और फिटिंग के लिए
- कटिंग मशीन – बॉडी और पाइप काटने के लिए
- रिवेट मशीन – पार्ट्स जोड़ने के लिए
- मल्टीमीटर और वायर टेस्टिंग टूल्स – इलेक्ट्रिक जांच के लिए
रॉ मैटेरियल्स:
- कूलर बॉडी (प्लास्टिक या मेटल)
- कूलर मोटर (1/2 HP या 1 HP)
- पंखा ब्लेड और शाफ्ट
- पंप – पानी उठाने के लिए
- घास/वुडलूल या हनीकम्ब पैड
- वायरिंग, प्लग, स्विच बोर्ड
- स्क्रू, नट-बोल्ट, पाइप
- कलर और ब्रांडिंग स्टिकर
इन मशीनों और रॉ मटेरियल को आप आस पास के होलसेलर से संपर्क कर सकते है। या बड़े मार्केट जैसे दिल्ली के चांदनी चौक, करोल बाग, सीलमपुर, या हथकरघा बाजार में होलसेलर खोज सकते है, जो आपको कम दामों में चीज़े दे सके।
- Indiamart, TradeIndia, JustDial जैसे B2B प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर करके सप्लायर्स से बात कर सकते हैं।
कूलर बनाने की प्रक्रिया
आइये जानते है कूलर बनाने की प्रक्रिया क्या है ?
1. डिज़ाइन और साइज तय करें –
सबसे पहले आपको देखना है की आप किस प्रकार और किस साइज का कूलर बनाना चाहते है। कुछ कूलर के प्रकार टेबल कूलर, डेजर्ट कूलर, विंडो कूलर आदि है। आम तौर पर basic बॉडी डिज़ाइन (18x24x30 इंच) अच्छा होता है।
2. कूलर बॉडी तैयार करें (अगर रेडीमेड नहीं खरीद रहे) –
अगर आप कूलर के बॉडी को थोक में नहीं खरीद रहे है तो आपको खुद बनाना होगा। बॉडी बनाने के लिए फाइबर, प्लास्टिक या माइल्ड स्टील की शीट का इस्तेमाल कर सकते है।
3. पंखा और मोटर इंस्टाल करना –
जब बॉडी बन जाये तो आपको उसमे फ्रंट पैनल पर पंखे, मोटर को फैन और मोटर (0.5 HP से 1 HP) कूलर के साइज के अनुसार फिट करे।
4. घास या हनीकम्ब पैड फिट करना –
मोटर पंखे लग जाने के बाद, पीछे और दोनों साइड में पैड अंदर से ग्रिल फिट करें ताकि पैड अपनी जगह पर रहे। हनीकम्ब पैड या घास को पानी से भिगोने के लिए पीछे से पाइपिंग लगाएं।
इसके बाद निम्न स्टेप फॉलो करे
5. वाटर पंप और पाइपिंग लगाना –
6. वायरिंग और स्विच बोर्ड लगाना
7. टेस्टिंग और क्वालिटी चेक
8. ब्रांडिंग और पैकेजिंग
बिजनेस के लिए जरूरी लाइसेंस

छोटा बिज़नेस यूनिट खोलते है तो केवल Udyam और बैंक खाता काफी है। जैसे जैसे आप GST और अन्य जरूरी लाइसेंस ले सकते हैं।
लागत और मुनाफा (Cost & Profit)
✅ Cooler Manufacturing – लागत और मुनाफा (प्रति माह)
खर्च का प्रकार | अनुमानित राशि (₹ में) |
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कच्चा माल (Iron Frame, Fan, Motor, Cooling Pads, Pump, Body आदि – 50 कूलर के लिए) | ₹1,00,000 |
मजदूरी/वर्कर वेतन (2-3 लोग) | ₹20,000 – ₹30,000 |
बिजली और अन्य यूटिलिटी | ₹5,000 – ₹7,000 |
मशीनरी की लागत (प्रारंभिक, एक बार) | ₹70,000 – ₹1,00,000 |
पैकेजिंग और ट्रांसपोर्ट | ₹5,000 – ₹10,000 |
मार्केटिंग / ऐड खर्च | ₹3,000 – ₹5,000 |
कुल मासिक लागत | ₹1,40,000 – ₹1,60,000 |
✅ आय और मुनाफा अनुमान (50 कूलर / महीना बिक्री)
विवरण | राशि (₹ में) |
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1 कूलर की बिक्री कीमत | ₹3,500 – ₹4,000 |
कुल बिक्री (50 x ₹3,500) | ₹1,75,000 |
मासिक लाभ | ₹15,000 – ₹35,000 |
✅ अगर आप 100-150 कूलर/महीना बेचते हैं तो?
बिक्री | अनुमानित मुनाफा |
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100 कूलर × ₹3,500 | ₹3,50,000 बिक्री |
खर्च: ₹2.6 – ₹2.8 लाख | मुनाफा: ₹60,000 – ₹80,000 |
कूलर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस की मार्केटिंग कैसे करे ?
इस बिज़नेस की मार्केटिंग के लिए नजदीकी इलेक्ट्रॉनिक दुकानों, पंखा/कूलर बेचने वालों और हार्डवेयर स्टोर्स से संपर्क करें। ऑनलाइन और ऑफलाइन कई तरिके अपना कर अपना बिज़नेस प्रमोट करे।

Gaurav Maurya is a passionate business blogger and founder of Bizigoo. With 2 years of blogging experience, he helps aspiring entrepreneurs discover small business ideas, understand market trends, and take the first step toward entrepreneurship.