आज के समय में गांव के मिट्टी में छुपा है करोड़ो का बिज़नेस, बस जरूरत है नजर और नियत की।
आज के समय में जंहा लोग काम की तलाश में अपनी अच्छी ख़ासी जमीन को छोडकर शहरो की तरफ रुख कर रहे है तो वंही गाँवो में कुछ अनोखे बिज़नेस छुपे है जिसे अगर अच्छे से किया गया तो गांव में रहकर ही अच्छी कमाई कर सकेंगे। तो आइये जानते है ऐसे ही गांव में कम लागत वाले बिज़नेस 5 बिज़नेस के बारे में जो आपको जबरदस्त फायदा देगा।

1. कमर्शियल मछली पालन (Fish Farming)
खेती के साथ मछली पालन का बिज़नेस गाँवो के लिए एक मजबूत आमदनी का साधन बन रहा है। मछली पालन के लिए राज्य से लेकर केंद्र सरकार भी किसानों को सब्सिडी और योजनाओं के तहत मदद कर रही है। मछली पालन में सबसे जरुरी होता है नस्ल का चुनाव करना और तकनिकी को अपनाना। अच्छी नस्ल की मछलियों (जैसे कतला, रोहू) की खेती करके प्रति साल लाखों की कमाई संभव है। मार्केट डिमांड भी लगातार बढ़ रही है।
2. गोबर से जैविक खाद और केक बनाना (Cow Dung Products)
गांवों में गोबर की भरपूर उपलब्धता है, लेकिन इसका सही उपयोग कम ही लोग करते हैं। गोबर से बनाए गए जैविक उत्पाद जैसे दीये, धूपबत्ती, हवन सामग्री और खाद की शहरों में काफी मांग है, खासकर त्योहारों और पूजा-पाठ के समय। यह बिजनेस पर्यावरण के लिए भी अच्छा है और इसे कम लागत में शुरू किया जा सकता है। खास बात यह है कि इसे महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) के साथ मिलकर किया जाए तो गांव की महिलाओं को भी रोज़गार मिल सकता है। यह एक लोकल रिसोर्स से चलने वाला, टिकाऊ और मुनाफे वाला बिजनेस मॉडल बन सकता है।

जैसा की आपको इमेज में देखने को मिल रहा है की गोबर का ५ किलो का खाद अमेज़न पर ₹342 मिल रहा है। तो यह कह सकते है कि डिमांड है।
3. शहद उत्पादन (Beekeeping)
शहद उत्पादन यानी मधुमक्खी पालन (Beekeeping) गांवों में एक कम प्रसिद्ध लेकिन अत्यधिक लाभदायक बिजनेस है। सिर्फ 2-3 बॉक्स (Hive) से शुरुआत करके हर महीने 10-15 किलो तक शहद निकाला जा सकता है। मार्केट में शुद्ध शहद की कीमत ₹400-₹600 प्रति किलो तक होती है। एक बार सेटअप में ₹5,000–₹10,000 की लागत आती है, लेकिन मुनाफा सालभर बना रहता है। भारत में शहद की मांग तेजी से बढ़ रही है, खासकर ऑर्गेनिक और देसी शहद की। इस बिजनेस को लोकल मार्केट के साथ-साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Amazon, Flipkart या अपने सोशल मीडिया से भी बेचा जा सकता है।
4. लो-इन्वेस्टमेंट मोबाइल रिपेयरिंग + एक्सेसरी शॉप
गांवों में मोबाइल रिपेयरिंग और एक्सेसरी की दुकान एक बेहतरीन लो-इन्वेस्टमेंट बिजनेस आइडिया है। आज हर किसी के पास स्मार्टफोन है, लेकिन जब वह खराब होता है तो लोगों को शहर जाना पड़ता है। ऐसे में गांव में एक छोटी सी मोबाइल रिपेयरिंग शॉप खोलकर अच्छी कमाई की जा सकती है। शुरुआती लागत ₹20,000–₹30,000 तक हो सकती है, जिसमें बेसिक टूल्स, पार्ट्स और कुछ एक्सेसरी स्टॉक शामिल होता है। हर महीने ₹15,000 से ₹30,000 तक की कमाई संभव है। साथ ही, पॉपुलर ब्रांड्स की चार्जिंग केबल, ईयरफोन, कवर आदि बेचकर एक्स्ट्रा इनकम भी होती है।
5. ऑर्गेनिक चाय की खेती और पैकेजिंग
ऑर्गेनिक चाय की खेती और पैकेजिंग एक प्रीमियम और तेजी से बढ़ती हुई मार्केट का हिस्सा है। गांवों में कम जगह में भी जैविक तरीके से चाय की खेती की जा सकती है, जहां केमिकल मुक्त खेती की मांग बढ़ती जा रही है। इससे न सिर्फ सेहतमंद उत्पाद तैयार होते हैं, बल्कि इन्हें प्रीमियम कीमत पर बेचा भी जा सकता है।
खुद के ब्रांड नाम से पैकेजिंग कर लोकल दुकानों, शहरों के कैफे और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिक्री की जा सकती है। 500 वर्गमीटर में शुरू कर हर सीजन में ₹30,000–₹50,000 तक की कमाई संभव है। यह बिजनेस कम लागत में, बड़े मुनाफे वाला है।

Gaurav Maurya is a passionate business blogger and founder of Bizigoo. With 2 years of blogging experience, he helps aspiring entrepreneurs discover small business ideas, understand market trends, and take the first step toward entrepreneurship.