मशरूम की खेती: मुजफ्फरपुर जिले के किसान अमरनाथ शर्मा ने अपने पिता की बातों से प्रेरणा लेकर अपने ही गांव पताही में, वर्ष 2008 में मशरूम की खेती की शुरुआत की थी। आज जगन्नाथ एक सफल मशरूम किसान है और दुसरो के लिए एक मिसाल भी है।

अमरनाथ जी के पिता जब बाहर काम करते थे, तो अक्सर मशरूम को लेकर घर में चर्चा किया करते थे। एक बार जब अमरनाथ टीवी पर एक शो में मशरूम की खेती के बारे में देखा उन्होंने इसके बाद इसके बारे में थोड़ा गंभीरता से सोचा और इसके बारे में पढ़ना और जानना शुरू किया। इसके बाद उन्होंने पूषा कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क किया और मात्र 100 रुपए के बीज से मशरूम फार्मिंग की शुरुआत की।
शुरू में सिर्फ सीखना चाहते थे इसलिए उन्होंने बहुत छोटे स्तर पर काम शुरू किया था – इन्होने अपनी दूकान के बगल में ही एक शेड बनाया और मशरूम की खेती शुरू की। मशरूम के साथ ये अन्य सब्जियों की भी खेती जैसे – लौकी, कद्दू और बागान की खेती करते थे। शुरू में तो देखने के लिए किया, लेकिन आज मशरूम फार्मिंग उनके कमाई का एक अहम् हिस्सा है।
गांव में मशरूम की खेती में आयी दिक्कते
अमरनाथ जी बताते है की गांव के लोगो को मशरूम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी और ना ही वे इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानते थे। गांव में मशरूम को ‘गोबरछत्ता’ कहते हैं। इस कारण से स्थानीय बाजार में मशरूम का अच्छा दाम नहीं मिल पाता।
उन्होंने बताया की मशरूम एक पोषण से भरपूर सुपरफूड है जो शरीर को रोगो से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है और बीमारियों से बचाता है.
किस तरह से किया जाता है मशरूम की खेती?
मशरूम फार्मिंग में सबसे जरुरी चीज़ है एक सही तापमान। अमरनाथ जी बताते है की वे तापमान को बनाये रखने के लिए समय – समय पर पानी का छिड़काव करते है ताकि नमी बानी रहे। वे बताते है की एक शेड बैग में 300 का खर्च आता है लेकिन इससे कई गुना कमाई भी किया जा सकता है। अमरनाथ ओएस्टर मशरूम की खेती कर रहे हैं, जिसमें पिंक और दूधिया रंग के मशरूम का उत्पादन होता है।
अमरनाथ जी चाहते है की उन्हें सरकार के तरफ से सहायता मिलेगी तो वे अपने फार्म को और बड़ा करेंगे।
मशरूम की खेती क्यों है फायदेमंद?
- कम जगह में संभव
- कम लागत, अधिक मुनाफा
- सेहत के लिए बेहद लाभदायक
- बाजार में बढ़ती मांग
- युवाओं के लिए नया अवसर
👉 क्या आप भी मशरूम की खेती शुरू करना चाहेंगे?

Gaurav Maurya is a passionate business blogger and founder of Bizigoo. With 2 years of blogging experience, he helps aspiring entrepreneurs discover small business ideas, understand market trends, and take the first step toward entrepreneurship.